22 व्यक्तियों का ऐसा खेल जिनके खलने से स्टेडियम गूंज उठता है | जबरदस्त कानफाड शोर मचाते उत्साही युवा रोमांच के कारण अपनी सीट पर बैठ नही पाते | इस खेल को आजकल हम सभी क्रिकेट के नाम से जानते है | क्रिकेट वह खेल है जो हर किसी के दिल में जगह बनाता है | आज ये कोई नाम का खेल नही हैं बल्कि ये यह जूनून है, जो दुनिया भर के लोगो को दिलो से जोड़ता है| क्रिकेट आज के दौर का सबसे लोकप्रिय खेल है | क्रिकेट सर्वप्रथम बच्चों द्वारा मनोरंजन के लिए खेला गया। क्रिकेट के इतिहास का पहला लिखित साक्ष्य 1598 का है, जब गिल्डफोर्ड में, एक कानूनी मामले में जॉन डेरिक ने गवाही दी कि उन्होंने लगभग 1550 में अपने स्कूल के दिनों में "क्रेकेट" खेला था। 16वीं शताब्दी के मध्य तक इंग्लैंड में ये बच्चो के बीच काफी प्रचलित हुआ था इसका अंदाजा इस बात से होता है की 1611 में, एक शब्दकोश में "क्रिकेट" को बच्चों का खेल बताया गया था लेकिन 17वीं शताब्दी के प्रारंभ में यह वयस्कों के बीच भी लोकप्रिय हो गया। समय के साथ, क्रिकेट इंग्लैंड से बाहर अन्य देशों में भी फैल गया। 18वीं शताब्दी में, यह खेल उत्तर अमेरिका, पश्चिमी भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में ब्रिटिश उपनिवेशों के माध्यम से पहुँचा। इस प्रकार, इंग्लैंड में उत्पन्न हुआ क्रिकेट खेल आज विश्वभर में एक प्रमुख खेल के रूप में स्थापित है।
भारत का क्रिकेट से बड़ा पुराना नाता है ब्रिटिश अधिकारी क्लेमेंट डाउनिंग की पुस्तक "A Compendious History of the Indian Wars" के अनुसार क्रिकेट की शुरुवात 1721 में ब्रिटिश उपनिवेशीकरण के दौरान भारत के दक्षिणी गुजरात के धाधर क्षेत्र में हुई, जब ब्रिटिश नौसैनिकों ने ज्वार का इंतजार करते हुए क्रिकेट खेला| भारत में क्रिकेट का जुनून केवल मैचों तक सीमित नहीं है। गली-मोहल्लों में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, क्रिकेट खेलते और टीवी पर देखते हैं। क्रिकेट की शुरुआत इंग्लैंड से हुई थी, लेकिन भारत में इसे एक खेल से बढ़कर एक धर्म की तरह माना जाता है। भारत में क्रिकेट का जुनून 1983 में भारत की पहली विश्व कप जीत के बाद और भी बढ़ा, जब कपिल देव की कप्तानी में भारतीय टीम ने इतिहास रचा। इसके बाद, 2007 में टी-20 विश्व कप की जीत और 2011 में दूसरी बार वनडे विश्व कप की जीत ने इस जुनून को और भी प्रगाढ़ किया।
पुरे विश्व में बड़े पैमाने पर क्रिकेट खेला जाता है जिसके लिये कुछ नियम और कायदे भी बनाये गए| इन नियम कायदों को बनाने और इनके पालन के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की स्थापना हुई | अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा क्रिकेट के तीन फॉर्मेट मान्यता प्राप्त है -
1. टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) – विश्व में सबसे पहला टेस्ट मैच 1877 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुआ | इस फॉर्मेट में दोनों टीमो को पांच दिन के लिए दो परियो में बल्लेबाजी और गेंदबाजी का अवसर मिलता है | इस फॉर्मेट में खिलाडियों की तकनीक और मानसिक मजबूती की परीक्षा होती है |
2. वनडे इंटरनेशनल (One Day International - ODI) – दोनों टीमो को खलने के लिए एक दिन मिलता है इसलिए इसे वनडे कहते है | विश्व का पहला वनडे 1971 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुआ | इस फॉर्मेट में दोनों टीमो को 50-50 ओवर मिलते है | वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप हर 4 साल में एक बार होता है |
3. ट्वेंटी-20 इंटरनेशनल (Twenty20 International - T20I) – इस फॉर्मेट का पहला मैच 2005 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया | इस फॉर्मेट में लगभग 3 घंटे के समय में प्रत्येक टीम को केवल 20-20- ओवर खेलने को मिलते है| ICC T20 वर्ल्ड कप हर चार साल में एक बार आयोजित किया जाता है।इन तीनों फॉर्मेट्स में क्रिकेट के विभिन्न पहलुओं की परीक्षा होती है, और प्रत्येक फॉर्मेट का अपना अलग आकर्षण है। टेस्ट क्रिकेट जहां धैर्य और तकनीक की परीक्षा है, वहीं वनडे और T20 क्रिकेट में तेजी और रणनीति की महत्वपूर्ण भूमिका है।
भारत में क्रिकेट का विकास - भारत के कोलकाता में सबसे पहले क्रिकेट क्लब की स्थापना 1792 में कलकत्ता क्रिकेट क्लब के नाम से हुई | पारसी समुदाय द्वारा 1848 में पहला भारतीय ओरिएंटल क्रिकेट क्लब बनाया गया जो पूर्णतया भारतीयों द्वारा बनाया गया | इस क्लब ने 1877 में पहली बार बॉम्बे जिमखाना को हराया| इसी टीम ने पहली बार 1886 में विदेशी दौरा किया | भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की स्थापना 1928 में हुई | ये सब घटनाये भारतीय क्रिकेट में मील का पत्थर साबित हुई |1996 में मोटी एंटरटेनमेंट नेटवर्क और ईएसपीएन ने एक साथ आईपीएल जैसा ही आइडिये पर काम किया| उस समय बीसीसीआई ने मैचों के प्रसारण के अधिकार ईएसपीएन को बेच दिए थे| ड्यूक यूनिवर्सिटी में पढने वाले ललित मोदी ने अपने कॉलेज के दिनों में अमेरिकी पेशेवर खेलों के तरीके को समझने के बाद अपना पेशेवर लीग शुरू करने के बारे में सोचा| 1996 में मोदी ने इंडियन क्रिकेट लीग नाम से एक टूर्नामेंट की शुरुवात की| इस टूर्नामेंट में 50 ओवर के मैच को आठ शहरो में आयोजित करना था और टीमों को फ्रेंचाइजी के रूप में बेचा जाएगा तथा मैचों के प्रसारण के लिए ईएसपीएल बीसीसीआई को सालाना रॉयल्टी देगा| बीसीसीआई ने इस लीग को अपनी मंजूरी दे दी|
क्रिकेट जगत का ऐतिहासिक साल 2007 जिसमे टी20 फॉर्मेट की एंट्री हुई| एंट्री के साथ ही इसने पूरी दुनिया में तूफान मचा दिया| टी20 फार्मेट का क्रेडिट BCCI और ललित मोदी को दिया जाता है क्योकि आईपीएल को बनाने में इन्होने बहुत मेहनत की, लेकिन सच्चाई ये है की आईपीएल का आधार तो आईसीएल ने ही रख दिया था|आईसीएल ने सबसे पहले T20 फॉर्मेट को लेकर मैच शुरू कराने का प्लान किया और कुछ मैच कराये भी लेकिन आईसीएल क्रिकेट लीग को बीसीसीआई व् आईसीसी ने मान्यता नही दी क्योकि इसमे बीसीसीआई के बागी और अंतररास्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने वाले खिलाडी शामिल थे| शुरुवात से ही बीसीसीआई ने आईसीएल में खिलाडियों को जाने से रोकने के लिए घरेलु टूर्नामेंट की पुरूस्कार राशी में वृधि कर दी और इसमे शामिल होने वाले खिलाडियों पर आजीवन प्रतिबन्ध लगना शुरू किया, जिसकी वजह से खिलाडी पीछे हटने लगे| इतना कुछ होने के बाद किसी भी अन्य व्यवसायी ने इसमे पैसे नही लगाए और न ही इसका बड़े लेवल पर ब्रांड प्रमोसन हुआ जिसके कारण ये जल्द ही बंद हो गया | इसके जबरदस्त प्लान को देखकर ललित मोदी को अपना 1996 वाला इंडियन क्रिकेट लीग याद आ गया जो सपना मोदी ने उस वक्त देखा था वो अब साकार करने का वक्त आ गया था क्योकि उस वक्त मोदी BCCI के उपाध्यक्ष थे| तब साल 2007 में ललित मोदी व् बीसीसीआई ने टी20 फॉर्मेट प्लान किया जिसको आईसीएल, इंग्लैंड के प्रीमियर लीग और संयुक्त राज्य अमेरिका के NBA के फॉर्मेट पर डिजाइन किया जिसे हम आज इंडियन प्रीमियर लीग के नाम से जानते है। इस प्लान को पंख तब लगे जब बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष शरद पवार ने 10 सितंबर 2007 को इंडियन प्रीमियर लीग के आवश्यक खिलाड़ियों को खरीदने के लिए ललित मोदी को 25 मिलियन डॉलर का चेक दिया| 12 सिंतबर 2007 को आईपीएल के लिए एक स्वर्णिंम दिन बना| इस दिन ही ललित मोदी ने औपचारिक रूप से नई दिल्ली में एक समारोह के दौरान इंडियन प्रीमियर लीग का शुभांरभ किया. इसके लॉन्चिंग में राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, ग्लेन मैक्ग्रा जैसे प्लेयर्स शामिल हुए|
विश्व में टी20 का पहला संस्करण सितंबर 2007 में दक्षिण अफ्रीका में शुरू होने वाला था| मोदी ने इसे खिलाडियों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए दुनिया के टॉप 100 खिलाड़ियों को उनकी कमाई और टैलेंट सेट के अनुसार चार श्रेणियों में बांट दिया| चार श्रेणियों को चार अलग-अलग वेतन स्लैब के तहत रखा गया था- 1 लाख डॉलर, 2 लाख डॉलर, 3 लाख डॉलर और 4 लाख डॉलर| यह आईपीएल के पहले संस्करण के लिए प्लेयर्स की निर्धारित बेस प्राइज थी| इस फॉर्मेट को सफल बनाने के लिए ललित मोदी ने विभिन्न क्रिकेट बोर्डों के प्रशासकों से मुलाकात की और उनको अपने खिलाड़ियों को साल में लगभग दो महीने भारत की यात्रा करने और आईपीएल में खेलने की अनुमति देने के लिए मनाया| इसके बाद मोदी ने टीमों को खरीदने के लिए शाहरुख खान, प्रीति जिंटा, राज कुंद्रा, नेस वाडिया और अन्य व्यवसायीयो से मुलाकात की और आखिरकार 18 अप्रैल 2008 को रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर औऱ कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच पहला मुकाबला खेला गया| वहीं पहले आईपीएल लीग की विजेता राजस्थान रॉयल्स बनीं|
आईपीएल एक ऐसा नाम जिसने क्रिकेट के खेल को नया आयाम दिया है| आज इसकी ख्याति पुरे विश्व में गुंजायमान है| इसको पूर्णतया भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) द्वारा संचालित किया जाता है इसमे केवल 20-20 ओवर की मैच होती है। इंडियन प्रीमियर लीग भारत में एक पेशेवर क्रिकेट लीग है जिसमे हर राज्य के किसी शहर के नाम से एक क्रिकेट टीम बनाई जाती है जिसमे भारतीय और विदेशी खिलाडी शामिल होतें है। हर वर्ष मार्च-अप्रैल-मई महीने में आईपीएल खेलो का आयोजन किया जाता है। आज आईपीएल पुरे विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट लीग है और सम्पूर्ण खेल लीग में छठे स्थान पर है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की 2010 में YOUTUBE पर इसका सीधा प्रसारण किया गया था | आईपीएल रुपयों का समुन्द्र है इसका अंदाजा इस बात से लगया जा सकता है जब 2015 में बीसीसीआई ने कहा की इस साल के आईपीएल लीग ने भारतीय अर्थव्यवस्था के जीडीपी में 11.5 अरब रूपये (अमेरिका $ 182 मिलियन) का योगदान दिया। 2022 में आईपीएल की ब्रांड वैल्यू $10.9 बिलियन (लगभग ₹81,000 करोड़) थी, 2023 में आईपीएल की ब्रांड वैल्यू $11.2 बिलियन और 2024 में आईपीएल की ब्रांड वैल्यू $16.4 बिलियन थी| 2008 से 2012 तक आईपीएल का पहला टाइटल प्रायोजक डीएलएफ (DLF) रहा उसके बाद समय समय पर टाइटल के प्रायोजक बदलते रहे है लेकिन अब 2022 से 2027 तक आईपीएल का टाइटल प्रायोजक भारतीय टाटा समूह है । जिसने 5 साल के टाइटल राइट्स 2500 करोड़ में ख़रीदे और मिडिया राइट्स 2023 से 2027 तक के 48390 करोड़ में ख़रीदे जिसमे डिज्नी स्टार को भारतीय उपमहादीप के टीवी अधिकार 23575 करोड़ रूपये में और रिलायंस समर्थित वायकाम 18 को डिजिटल अधिकार 20500 करोड़ रूपये में मिले |
आईपीएल टीमो का इतिहास
क्र. सं. |
टीम का नाम |
शहर/राज्य जिस पर टीम का नाम है |
व्यापार समूह का नाम |
टीम मालिक / मालिको का नाम |
खरीदी टीम राशी (USD में) |
IPL टीम प्रवेश |
IPL से टीम भंग |
1 |
मुंबई इंडियंस (MI) |
मुंबई, महाराष्ट्र |
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड |
मुकेश, नीता अंबानी |
$111.9 मिलियन |
2008 |
वर्तमान तक |
2 |
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) |
बेंगलुरु, कर्नाटक |
यूनाइटेड स्पिरिट्स , विप्रो लिमिटेड |
महेंद्र कुमार शर्मा |
$111.6 मिलियन |
2008 |
वर्तमान तक |
3 |
डेकेन चार्जर्स (Hyderabad) |
हैदराबाद |
डेक्कन क्रॉनिकल, GMR ग्रुप |
गायत्री रेड्डी, टी.वेण्कट रेड्डी |
$107.01 मिलियन |
2008 |
2012 |
4 |
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) |
चेन्नई, तमिलनाडु |
इंडिया सीमेंट्स |
एन. श्रीनिवासन |
$91 मिलियन |
2008 |
वर्तमान तक |
5 |
दिल्ली डेयरडेविल्स वर्तमान में दिल्ली कैपिटल (DC) |
दिल्ली |
जीएमआर ग्रुप, जेएसडब्ल्यू ग्रुप |
जी. एम. राव |
$84 मिलियन |
2008 |
वर्तमान तक |
6 |
किंग्स XI पंजाब (KXIP) |
मोहाली |
वाडिया और डाबर
|
प्रीति जिंटा, नेस वाडिया, मोहित बर्मन
|
$76 मिलियन |
2008 |
वर्तमान तक |
7 |
कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) |
कोलकाता, पश्चिम बंगाल |
रेड-चिलीज एंटरटेनमेंट और मेहता ग्रुप |
शारुखक खान, जुही और जय मेहता |
$75.09 मिलियन |
2008 |
वर्तमान तक |
8 |
राजस्थान रॉयल्स (RR) |
राजस्थान |
बादले और कुंद्रा ग्रुप |
मनोजबादले , राज कुंद्रा |
$67 मिलियन |
2008 |
वर्तमान तक |
9 |
कोच्ची टस्कर्स केरल |
कोच्ची केरल |
रेंडेजवस कंसोर्टियम |
रेंडेजवस कंसोर्टियम |
$333.2 मिलियन |
2010 |
2011 |
10 |
पुणे वारियर्स इंडिया |
पुणे , महाराष्ट्र |
सुब्रत राय |
सहारा ग्रुप |
$370 मिलियन |
2010 |
2014 |
11 |
सनराइजर्स हैदराबाद |
हैदराबाद |
सन टीवी नेटवर्क |
कलानिधि मारन |
$500 मिलियन |
2013 |
वर्तमान तक |
12 |
राइजिंग पुणे सुपर जायंट |
पुणे, महाराष्ट्र |
गोयनका ग्रुप |
संजीव गोयनका |
जानकारी उपलब्ध नही |
2016 |
2018 |
13 |
गुजरात लायंस |
राजकोट गुजरात |
एंटेक्स कम्पनी |
केसव बंसल |
560 करोड़ |
2016 |
2018 |
14 |
लखनऊ सुपर जायन्ट्स |
लखनऊ |
गोयनका ग्रुप |
संजीव गोयनका |
$80.66 मिलियन |
2022 |
वर्तमान तक |
15 |
गुजरात टाइटन्स |
गुजरात |
67% टोरेंट ग्रुप और 33% सीवीसी कैपिटल |
टोरेंट और सीवीसी |
$745 मिलियन |
2022 |
वर्तमान तक |
डेक्कन चार्जर्स , कोच्चि टस्कर्स केरल, पुणे वॉरियर्स इंडिया , गुजरात लायंस, राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स टीमो को आईपीएल से अस्थायी रूप से बाहर कर दिया गया क्योकि इन टीमो के मालिको द्वारा BCCI के साथ अनुबंधो की शर्तो का उल्लघन किया और बैंक गारंटी जमा नही कराई |
सबसे उलझा हुआ सवाल आईपीएल में जो टीम विनर होती है उसे सिर्फ 20 करोड़ ही मिलते है फिर आईपीएल टीम के मालिक करोडो- अरबो रूपये क्यों खर्च करते है ? करोडो रूपये में टीम फ्रेंचाईजी क्यों ख़रीदते है ? टीम मालिक इतने रूपये केसे कवर करेंगे ? चलो इन सवालो को सुलझाते है –
हाल ही में लखनऊ सुपर जाइंट्स नाम की टीम को संजीव गोयनका ने लगभग 7000 करोड़ में ख़रीदा | पहली नजर से देखने में ये सौदा घाटे का नजर आता है क्योकि बाकि टीमे इसके मुकाबले काफी सस्ती है | इस पहेली को हल करते है और समझते है BCCI का बिजनेस मोडल -
लखनऊ टीम के मालिक संजीव गोयनका ने टीम खरीदी 7000 करोड़ में लेकिन ये सारा पैसा बीसीसीआई को एक बार में नही दिया जायेगा बल्कि 10 सालो की इन्स्टालमेन्ट में दिया जायेगा | इस हिसाब से एक साल में संजीव गोयनका बीसीसीआई को पहली इन्स्टालमेन्ट देंगे - 700 करोड़
वेसे तो टीम मालिक के पास टीम के खिलाडियों को खरीदने के लिए 120 करोड़ का पर्स होता है लेकिन आसन केल्कुलेसन के लिए मान लेते है संजीव गोयनका ने अपनी टीम के खिलाडियों पर खर्च किये - 100 करोड़
होटल, कोच, और अन्य खर्चो का कुल जोड़ - 200 करोड़
तो पुरे साल का ओवरआल खर्च – 700+100+200 = 1000 करोड़
अब इतना पैसा लगाने के बाद प्रॉफिट केसे होगा चलो समझाते है
इनकी कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा आता है ब्राडकास्टिंग राइट्स से | बीसीसीआई ने 2023 से 2027 तक 5 साल के ब्रॉडकास्टिंग राइट लगभग 48390 करोड़ में सेल किया है|
आसान कैलकुलेशन के लिए मान लेते है – 50,000 करोड़
एक साल की ब्रॉडकास्टिंग राइट की कमाई हुई 10000 करोड़ जिसका 50% यानी कि 5000 करोड़ रुपए बीसीसीआई ले लेगा और बचे हुए 5000 करोड़ उन 10 टीमों में बंट जाएगा| हर टीम के हिस्से में आएगा – 500 करोड़
इस हिसाब से लखनऊ के मालिक संजीव गोयनका को मिलेंगे = 500 करोड़
टीम की जर्सी पर छपे ब्रांड और केम्पेनिंग ब्रांड्स को मिलाक कमाई = 200 करोड़
स्टेडियम के टिकट सेल में टीम के मालिको को लगभग 80% मिलता है तो तिक्त सेल और मर्चेंडाइज सेल से कमाई = 100 करोड़
तो टीम की ओवरऑल कमाई = 800 करोड़
मतलब हर साल इनका 200 करोड़ का नुकसान हो रहा है तो 10 साल में संजीव गोयनका को लखनऊ की टीम 2000 करोड़ पड़ेगी ना कि 7000 करोड़|
अब इस नुकशान की भरपाई केसे होगी ? चलो समझते है –
संजीव गोयनका को 10 साल में बीसीसीआई को फुल पेमेंट करना है अब इन 10 सालो में लखनऊ टीम की वैल्यूएशन भी लगभग 30000 करोड़ तक पहुंच जाएगी क्योंकि BCCI ने इस तरह का बिजनेस मोडल बनाया है जिसमे आईपीएल की टीम एक स्टार्टअप कंपनी की तरह होती है और समय के साथ इनका वैल्यूएशन बढ़ता है और तब अगर संजीव गोयनका अपनी टीम का सिर्फ़ 10% शेयर भी सेल करते हैं तो पूरे 3,000 करोड़ रूपये आयेंगे | संजीव गोयनका अब अपना बकाया 2,000 करोड़ रूपये BCCI को चुकता करेंगे और उपर से 1000 करोड़ के प्रॉफिट भी कमा लेंगे और 30,000 हजार करोड़ की टीम के 90% मालिक भी होंगे जिसकी वेल्युवेसन 27,000 करोड़ होगी | इस लिहाज से अगर लखनऊ टीम 10 वर्षो में एक भी मैच नहीं जीतती हैं तो भी उन्हें करोड़ों का मुनाफा होगा और उनका पैसा प्रॉफिट के साथ रिकवर होगा | इस तरह संजीव गोयनका की पांचो उंगलिया घी में और सर कढाई में होगा| अन्य आईपीएल टीम जो 2008 में खरीदी गई आज उनकी वेल्युवेसन काफी बढ़ गई है जो उनका प्रोफिट दिखाता है | उदाहरण के तौर पर राजस्थान टीम की 2008 में वैल्यूएशन 284 करोड़ के आसपास थी जो अभी बढ़कर 6,000 करोड़ के पार चली गई है |
🏏 IPL के खास पहलु जो इसे सबके लिए बेहद खास बनाते है-
12. सट्टा व् फिफ्सिंग: क्रिकेट की चर्चा हो और सट्टे व् फिक्स्सिंग का नाम नही आये ऐसा केसे हो सकता है एक जांच में पाया गया की चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स दोनों टीम के मालिक फिक्सिंग में लिप्त है जिसके कारण 14 जून 2015, में BCCI ने यह घोषणा की गई है कि दो बार के चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स और उद्घाटन सत्र के चैंपियन राजस्थान रॉयल्स को 2016-2017 सत्रों के लिए लीग से निलम्भित किया जाता है लेकिन राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा व् चेन्नई सुपर किंग्स के सह मालिक को माफ़ कर दिया गया |
इस प्रकार, IPL 2025 में कुल 16 देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इससे पहले, IPL 2023 में 14 देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया था। इससे यह स्पष्ट होता है कि IPL का आकर्षण और वैश्विक स्तर पर लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है।इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के मेगा ऑक्शन में कुल 574 खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 366 भारतीय खिलाड़ी थे। इनमें 48 कैप्ड (अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने वाले) और 318 अनकैप्ड (अंतरराष्ट्रीय मैचों में न खेलने वाले) भारतीय खिलाड़ी शामिल थे । आईपीएल ने घरेलु खिलाडियों को ऐसा आयाम दिया है जिसके कारण आज वो खिलाडी इंडियन टीम में जगह बना पाए है जेसे- ऋतुराज गायकवाड़ दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, प्रसिद्ध कृष्णा, वाशिंगटन सुंदर, कुमार कार्तिकेय सिंह, अकाश मधवाल, अंकित राजपूत |क्रिकेट ने युवाओं को प्रेरित किया है। कई युवा क्रिकेट को करियर के रूप में अपनाते हैं और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाते हैं। यह खेल उन्हें अनुशासन, टीमवर्क और संघर्ष की भावना सिखाता है। क्रिकेट के सितारे जैसे सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, और रोहित शर्मा युवा पीढ़ी के आदर्श बन चुके हैं। क्रिकेट का जुनून भारतीय समाज का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। यह खेल न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह देशवासियों की एकता, गर्व और प्रेरणा का स्रोत भी है। क्रिकेट ने भारतीय समाज को एकजुट किया है और यह जुनून आने वाली पीढ़ियों तक जारी रहेगा। इस खेल को सिर्फ खेल के तरीके से खेले क्योकि इसमे सट्टे का भी विशेष प्रभाव होता है उस से बचना भी बेहद जरुरी है | क्योकि आईपीएल के हर मैच में करोडो -अरबो का सट्टा लगता है | अगर ये सट्टे की आदत लगी तो जिन्दगी बर्बाद हो जाएगी जो किसी भी नशे से जयदा भयानक है |
लेखक
डॉ. हरीश कुंद्रा